ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल का मानना है कि भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे यशस्वी जायसवाल आने वाले समय में टेस्ट क्रिकेट में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। उनके मुताबिक, जायसवाल की शानदार तकनीक, दबाव में खेल को संभालने की क्षमता और हर परिस्थिति में ढलने की खूबी उन्हें 40 से ज्यादा टेस्ट शतक तक पहुंचा सकती है।
मैक्सवेल ने एक इंटरव्यू में कहा:
"जायसवाल एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो आने वाले समय में कई बड़े रिकॉर्ड बना सकते हैं। उनकी तकनीक और खेल की समझ शानदार है, और यही चीज उन्हें दूसरों से अलग बनाती है।"
ऑस्ट्रेलिया में पहली ही टेस्ट सीरीज में जलवा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में पर्थ में, जायसवाल ने दूसरी पारी में 161 रनों की बेमिसाल पारी खेली। यह पारी न सिर्फ उनकी क्षमता को दर्शाती है बल्कि यह भी दिखाती है कि वे मुश्किल परिस्थितियों में टीम के लिए कितना योगदान दे सकते हैं। यह उनका 15 टेस्ट मैचों में चौथा शतक था। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने हर शतक को 150+ स्कोर में तब्दील किया है।
पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बाद इस तरह की दमदार वापसी ने उनकी मानसिक ताकत और खेल की गहराई को साबित किया। अब तक उन्होंने 58.07 की औसत से 1,568 रन बनाए हैं।
मैक्सवेल ने उनकी बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा:
"उनके खेल में कोई बड़ी कमजोरी नहीं दिखती। वे शॉर्ट बॉल को अच्छे से खेलते हैं, स्पिन के खिलाफ बेहतरीन हैं और लंबे समय तक क्रीज पर टिकने का धैर्य भी रखते हैं। उनकी फुटवर्क और शॉट चयन गजब का है।"
जसप्रीत बुमराह: सबसे महान तेज गेंदबाजों में शुमार?
दूसरी ओर, भारतीय टीम के तेज गेंदबाज और पर्थ टेस्ट के लिए स्टैंड-इन कप्तान जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से मैच का रुख बदल दिया। उन्होंने मैच में कुल 8/72 का प्रदर्शन कर भारत को शानदार जीत दिलाई।
मैक्सवेल ने उनकी तारीफ में कहा:
"बुमराह शायद इतिहास के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज बन सकते हैं। उनकी गेंदबाजी शैली और स्विंग कराने की क्षमता अविश्वसनीय है। वे बल्लेबाजों को हर संभव तरीके से परेशान कर सकते हैं, चाहे वह अंदर की स्विंग हो, बाहर की, या फिर उनकी गति।"
दो अनमोल रत्न
मैक्सवेल ने जायसवाल और बुमराह को "पीढ़ीगत प्रतिभा" बताते हुए कहा कि ये दोनों खिलाड़ी आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट की रीढ़ बन सकते हैं।
"भारत के पास जायसवाल जैसे मजबूत बल्लेबाज और बुमराह जैसे घातक गेंदबाज हैं। ये दोनों अपने-अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ हैं और भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की पूरी क्षमता रखते हैं।"
.jpg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें